छतरपुर में जमीनी विवाद ने लिया खूनी रूप: गोलीबारी में एक की मौत, आठ घायल
मध्य प्रदेश के छतरपुर जिले के बमनोरा थाना क्षेत्र के टिकरिया गांव में जमीनी विवाद ने हिंसक रूप ले लिया। विवाद के दौरान दोनों पक्षों के बीच मारपीट और गोलीबारी हुई, जिसमें एक व्यक्ति की मौत हो गई, जबकि आठ अन्य घायल बताए जा रहे हैं।
पुरानी रंजिश से भड़का विवाद
जानकारी के अनुसार, घटना गुरुवार सुबह एक किराना दुकान पर हुए विवाद से शुरू हुई थी। बताया जा रहा है कि यह गोलीकांड गांव में चल रहे पुराने जमीनी विवाद की वजह से हुआ।
घटना की सूचना मिलते ही पुलिस मौके पर पहुंची और घायलों को तत्काल गुहारा अस्पताल भेजा गया, जहां डॉक्टरों ने पप्पू घोष नामक व्यक्ति को मृत घोषित कर दिया। मृतक के शव को पोस्टमार्टम के लिए बड़ा मलहरा अस्पताल भेजा गया है।
दोनों पक्षों के बीच चली गोलियां
सीएसपी अरुण कुमार सोनी ने बताया कि घटना गुरुवार सुबह करीब 6 बजे की है।
दो भाइयों राम सिंह घोष और निरपत घोष के बीच पुराने विवाद के चलते झगड़ा हो गया। झगड़े में निरपत का समधी पप्पू घोष और उसका बेटा इंद्रजीत भी शामिल हो गए।विवाद बढ़ते-बढ़ते गोलीबारी तक पहुंच गया। गोली लगने से पप्पू घोष की मौके पर मौत हो गई, जबकि उसका बेटा इंद्रजीत गंभीर रूप से घायल हो गया।
अस्पताल में भर्ती घायल
अस्पताल सूत्रों के अनुसार, कुल तीन घायल इलाज के लिए पहुंचे।
डॉक्टरों ने बताया —
राम सिंह और राघव सिंह नामक मरीजों को भर्ती किया गया था। राघव सिंह को सिर और हाथ में गोली लगी है। प्राथमिक उपचार के बाद दोनों को जिला अस्पताल रेफर कर दिया गया है। राघव सिंह की हालत गंभीर बताई जा रही है।
मृतक का आपराधिक रिकॉर्ड
सीएसपी सोनी ने आगे बताया कि मृतक पप्पू घोष का नाम थाना बमनोरा की गुंडा-बदमाश सूची में शामिल था। उसके खिलाफ कई आपराधिक मामले दर्ज थे।
वहीं पुलिस ने मौके पर पहुंचकर स्थिति पर नियंत्रण पाया और मामला दर्ज कर जांच शुरू कर दी है।
🚨 दमोह में सनसनी: खेत में मिला 70 वर्षीय बुजुर्ग का शव, हत्या की आशंका
मध्य प्रदेश के दमोह जिले के नोहटा थाना क्षेत्र के घागरी गांव में एक 70 वर्षीय बुजुर्ग का शव मिलने से सनसनी फैल गई। घटना की जानकारी मिलते ही इलाके में हड़कंप मच गया।परिजनों ने हत्या की आशंका जताई है। फिलहाल पुलिस ने मामले में मर्ग कायम कर जांच शुरू कर दी है।
मिली जानकारी के अनुसार, मृतक का नाम जगत सिंह लोधी (70 वर्ष) था।
उनकी नातिन सुनीता लोधी ने बताया कि उनके दादा खेत में धान की रखवाली करने गए थे और वहीं रात में रुकते थे। सुबह जब सुनीता नाश्ता लेकर खेत पहुंची तो दादा वहां नहीं मिले।
मौके पर उनके चाचा के बेटे सुरेंद्र झलकन और मौसी के बेटे दुर्गेश मौजूद थे। उन्होंने बताया कि दादा अचानक गायब हैं।इसके बाद परिवार के लोगों ने आसपास के खेतों में खोजबीन की।
खोज के दौरान खेत से कुछ दूरी पर उनके कपड़े, लाठी और टॉर्च पड़ी मिली।
यह देखकर परिजनों को अनहोनी की आशंका हुई और उन्होंने तुरंत पुलिस को सूचना दी। सूचना मिलते ही नोहटा थाना प्रभारी अभिषेक पटेल मौके पर पहुंचे।
उन्होंने बताया कि मामले में मर्ग कायम कर जांच शुरू कर दी गई है।
परिजनों के बयान दर्ज किए जा रहे हैं और शव का पोस्टमार्टम कराकर परिजनों को सौंप दिया गया है।
फिलहाल पुलिस विभिन्न पहलुओं पर जांच कर रही है और घटना के पीछे के कारणों का पता लगाने की कोशिश कर रही है। गांव में इस घटना के बाद डर और सन्नाटा छा गया है।