सागर संभाग की बड़ी घटनाएँ — वन विभाग की कार्रवाई, मगरमच्छ रेस्क्यू, साइबर ठगी और अवैध पटाखा जप्त

सागर (मध्य प्रदेश):

सागर संभाग में हाल ही में कई महत्वपूर्ण घटनाएँ सामने आई हैं। वन विभाग, पुलिस और साइबर टीम ने अलग-अलग मामलों में बड़ी कार्रवाई की। इन घटनाओं में वन अपराध, मगरमच्छ रेस्क्यू, साइबर ठगी और अवैध पटाखा कारोबारियों पर सख्त कार्यवाही शामिल है।

🌳 सागर जिले में वन विभाग की बड़ी कार्रवाई — दमोह सांसद राहुल लोधी के रिश्तेदार पर मामला दर्ज

सागर जिले में वन विभाग की टीम ने अवैध उत्खनन के खिलाफ बड़ी कार्रवाई की है। इस कार्रवाई में दमोह सांसद राहुल लोधी और बड़ा मलहरा के पूर्व विधायक प्रद्युमन सिंह लोधी के बहनोई सुरेंद्र सिंह ठाकुर पर मामला दर्ज किया गया है।

दमोह सांसद राहुल लोधी और बड़ा मलहरा के पूर्व विधायक प्रद्युमन सिंह लोधी के बहनोई सुरेंद्र सिंह ठाकुर पर मामला दर्ज किया


बांदरी वन विभाग की टीम ने वन मंडल अधिकारी शैलेश मात्रा के नेतृत्व में गठित विशेष टीम ने बुधवार देर रात बांदरी क्षेत्र के जाजेर खदान के पास छापा मारा। छापेमारी करते हुए बड़ी कार्रवाई की। टीम ने मौके से बोलेरो, ट्रैक्टर-ट्रॉली, पिकअप, स्कॉर्पियो और उत्खनन में उपयोग की जाने वाली मशीनें जप्त की हैं।

उत्खनन में उपयोग की जाने वाली मशीनें जप्त की हैं।


बताया जा रहा है कि कुछ दिन पहले भी इन्हीं की खदान में छापा मारा गया था, जहां से बेशकीमती खैर की लकड़ी पकड़ी गई थी। उस दौरान उनके बेटे पर भी मामला दर्ज किया गया था।

वन परिक्षेत्र अधिकारी बांदरी लखन सिंह ठाकुर ने बताया कि “वृत्त मिहराल” अंतर्गत अवैध कटाई और उत्खनन की लगातार सूचना मिल रही थी। इसी के चलते वन मंडल अधिकारी चंद्रशेखर सिंह के निर्देशन में एक विशेष टीम गठित की गई।


टीम ने जाजेर खदान के पास छापा मारा, जहां से दो ट्रैक्टर (एक लाल रंग का) उत्खनन में उपयोग होते पाए गए। दोनों वाहनों को मौके से जप्त किया गया।

उत्खनन में उपयोग होते पाए गए। दोनों वाहनों को मौके से जप्त किया गया।


मामले में सुरेंद्र सिंह (पिता नारायण सिंह ठाकुर), राम सिंह (पिता मुलाम लोधी) और धनसिंह (पिता अजीत सिंह) के खिलाफ वन अपराध अधिनियम के तहत मामला दर्ज किया गया है। इसके अलावा अवैध परिवहन करते हुए एक स्कॉर्पियो भी पकड़ी गई, जिसे वन परिसर में रखा गया है।


इस कार्रवाई में आईएफएस अधिकारी प्रभावी वन अप मंडल अधिकारी उत्तर सागर, रेंजर चंद्र भूषण सिंह, रेंजर लखन सिंह ठाकुर, रेंजर शिवम तिवारी समेत बड़ी संख्या में वन विभाग का स्टाफ मौजूद रहा।



🐊 सागर जिले के रहली में हड़कंप: रात में वेयरहाउस के पीछे पहुंचा मगरमच्छ, फॉरेस्ट टीम ने रेस्क्यू कर सुरक्षित छोड़ा

सागर जिले के रहली में बुधवार रात उस वक्त हड़कंप मच गया जब एक मगरमच्छ अचानक वेयरहाउस के पीछे जा पहुंचा। लोगों ने पहले तो अपनी आंखों पर यकीन नहीं किया, लेकिन जब उसकी हरकतें दिखीं तो पूरे इलाके में अफरातफरी मच गई।

लगभग आधे घंटे की मशक्कत और रस्सियों की मदद से, टीम ने आखिरकार मगरमच्छ को सुरक्षित रूप से काबू में कर लिया


यह घटना रहली वार्ड नंबर 15 के महादेव वेयरहाउस परिसर की है। रात करीब 10 बजे स्थानीय लोगों ने झाड़ियों में कुछ हलचल देखी। जब उन्होंने टॉर्च की रोशनी डाली तो सामने था करीब 5 फीट लंबा मगरमच्छ, जो झाड़ियों में छिपा हुआ था और हल्की-हल्की हरकतें कर रहा था।

घटना की जानकारी मिलते ही स्थानीय लोगों ने तुरंत वन विभाग को सूचना दी। थोड़ी ही देर में फॉरेस्ट विभाग की टीम मौके पर पहुंची और रेस्क्यू ऑपरेशन शुरू किया। टीम ने झाड़ियों में छिपे मगरमच्छ को पकड़ने की कोशिश की, लेकिन वह भागने का प्रयास करने लगा।

लगभग आधे घंटे की मशक्कत और रस्सियों की मदद से, टीम ने आखिरकार मगरमच्छ को सुरक्षित रूप से काबू में कर लिया। रेस्क्यू के दौरान इलाके के लोग भी बड़ी संख्या में मौजूद रहे और पूरी घटना को देख रहे थे।

लगभग आधे घंटे की मशक्कत और रस्सियों की मदद से, टीम ने आखिरकार मगरमच्छ को सुरक्षित रूप से काबू में कर लिया


फॉरेस्ट विभाग की टीम में डिप्टी कुंवर प्रताप सिंह समेत कई अधिकारी शामिल थे। मगरमच्छ को पकड़ने के बाद टीम ने उसे सुरक्षित रूप से कर्बला घाट के ऊपर वाले क्षेत्र में छोड़ा। अधिकारियों ने बताया कि यह मादा मगरमच्छ थी, जिसकी लंबाई लगभग 5 फीट थी।

अधिकारियों ने बताया कि यह मादा मगरमच्छ थी, जिसकी लंबाई लगभग 5 फीट थी


संभावना जताई जा रही है कि बारिश के बाद जल स्रोतों के बहाव से वह भटककर यहां पहुंच गई थी। वन विभाग ने बताया कि उसे अब सुरक्षित स्थान पर छोड़ दिया गया है और वह पूरी तरह स्वस्थ है।

फॉरेस्ट विभाग ने इस सफल रेस्क्यू ऑपरेशन के बाद शहरवासियों से अपील की कि यदि ऐसी कोई घटना सामने आती है तो घबराएं नहीं, बल्कि तुरंत वन विभाग को सूचना दें। यह घटना बताती है कि वन्यजीव अब धीरे-धीरे शहरी इलाकों तक पहुंचने लगे हैं। ऐसे में लोगों को सतर्क रहना चाहिए, क्योंकि सतर्कता ही सुरक्षा का सबसे बड़ा उपाय है।



💻 पन्ना में साइबर ठगी का बड़ा रैकेट पकड़ा गया — झारखंड से चल रहा था अंतरराज्यीय गिरोह, ₹14 लाख की ठगी का खुलासा

मध्य प्रदेश के सागर संभाग के पन्ना जिले में साइबर ठगी का बड़ा रैकेट पकड़ा गया है। झारखंड में बैठकर काम कर रहा यह अंतरराज्यीय गिरोह खुद को बैंक अफसर बताकर लोगों के खातों से लाखों रुपए उड़ा रहा था।

₹14 लाख की ठगी का खुलासा


पन्ना पुलिस की तत्पर कार्रवाई से इस गैंग का भंडाफोड़ हुआ है। बड़ी मात्रा में नकदी, सोना-चांदी, मोबाइल और सिम कार्ड बरामद किए गए हैं।

यह मामला पन्ना जिले के सिमरिया थाना क्षेत्र का है, जहां के रहने वाले गुलाब सिंह ने शिकायत दर्ज कराई थी कि कुछ लोगों ने खुद को स्टेट बैंक ऑफ इंडिया का अधिकारी बताते हुए उसके खाते से ₹14 लाख ठग लिए।

स्टेट बैंक ऑफ इंडिया का अधिकारी बताते हुए उसके खाते से ₹14 लाख ठग लिए।


पुलिस ने तुरंत साइबर क्राइम की धाराओं में मामला दर्ज कर तकनीकी जांच शुरू की।

एसपी निवेदिता नायडू ने बताया कि अपराधी इतने शातिर थे कि मोबाइल पर इमरजेंसी सॉफ्टवेयर इंस्टॉल करवा लेते थे। इसके जरिए मोबाइल का रिमोट एक्सेस लेकर सीधे खातों से पैसे ट्रांसफर कर देते थे।

जांच के आधार पर पुलिस ने झारखंड के एक गांव में दबिश दी और दो आरोपियों को गिरफ्तार किया। उनके कब्जे से ₹8 लाख नगद, सोना-चांदी के आभूषण, अनेक मोबाइल फोन, सिम कार्ड और ठगी में उपयोग होने वाला इलेक्ट्रॉनिक सामान बरामद किया गया।

सोना-चांदी के आभूषण, अनेक मोबाइल फोन, सिम कार्ड और ठगी में उपयोग होने वाला इलेक्ट्रॉनिक सामान बरामद किया गया।


बरामद रकम और सामान की पुलिस लाइन में प्रस्तुति की गई।

एसपी निवेदिता नायडू ने जनता को संदेश देते हुए कहा — “साइबर अपराध से बचाव का सबसे बड़ा उपाय है साइबर जागरूकता। अगर आप ऑनलाइन हाइजीन अपनाएंगे, अनजान वेबसाइट्स पर नहीं जाएंगे, और किसी भी व्यक्ति के साथ अपना OTP, बैंक डिटेल या पर्सनल डेटा शेयर नहीं करेंगे, तो आप 99% तक ऐसे अपराधों से सुरक्षित रहेंगे।”

उन्होंने बताया कि यह बड़ा गिरोह है और पुलिस इसकी गहराई से जांच कर रही है। बरामद सामान में सोना, चांदी, लैपटॉप, मोबाइल, कैश, पैन कार्ड, सिम कार्ड और फर्जी बैंक चेक बुक्स शामिल हैं।



📰 मुरैना पुलिस का अवैध पटाखा कारोबारियों पर सख्त एक्शन

मध्य प्रदेश के मुरैना जिले में दीपावली से पहले पुलिस ने अवैध पटाखा कारोबारियों के खिलाफ ताबड़तोड़ कार्रवाई शुरू कर दी है। जिले भर में चल रहे विशेष अभियान के तहत पुलिस लगातार छापामार कार्यवाही कर रही है। सिर्फ पिछले चार दिनों में पुलिस ने करीब ढाई लाख रुपये से अधिक मूल्य के अवैध देसी पटाखे जब्त किए हैं।

पुलिस ने करीब ढाई लाख रुपये से अधिक मूल्य के अवैध देसी पटाखे जब्त किए हैं


सबसे बड़ी कार्यवाही कैलारस में

सबसे बड़ी कार्यवाही कैलारस थाना क्षेत्र में हुई। यहां बड़ी मात्रा में अवैध पटाखों का भंडारण पकड़ा गया। पुलिस ने करीब 1 लाख रुपये से ज्यादा कीमत की विस्फोटक सामग्री से भरे कार्टून बरामद किए। इस कार्यवाही के दौरान आरोपी को मौके से हिरासत में लिया गया। आरोपी बिना अनुमति और सुरक्षा व्यवस्था के पटाखों का भंडारण कर रहा था।

आरोपी बिना अनुमति और सुरक्षा व्यवस्था के पटाखों का भंडारण कर रहा था


अन्य थाना क्षेत्रों में कार्यवाही

पिछले चार दिनों में छह थाना क्षेत्रों - कैलारस, चौरा, नूराबाद, पोरसा, अंबाह और बागचीनी—में पुलिस ने संयुक्त रूप से नौ ठिकानों पर आकस्मिक दबिश दी। इस दौरान अब तक नौ आरोपियों को गिरफ्तार किया जा चुका है। पुलिस ने सभी के खिलाफ विस्फोटक अधिनियम के तहत मामला दर्ज कर आगे की जांच शुरू कर दी है।

प्रशासन और पुलिस की चेतावनी

पुलिस अधिकारियों के अनुसार, त्यौहार के समय अवैध पटाखों से बड़े हादसों का खतरा रहता है। बिना लाइसेंस के दुकानों और गोदामों में बिना सुरक्षा इंतजाम के पटाखों का संग्रह किया जाता है, जिससे किसी भी समय आग या धमाका हो सकता है।

इस खतरे को देखते हुए प्रशासन ने सख्त अभियान चलाया है। सुरक्षा के मद्देनजर पुलिस की विशेष टीमें रोज अलग-अलग इलाकों में दबिश दे रही हैं। थानों को निर्देश दिए गए हैं कि किसी भी संदिग्ध व्यक्ति, दुकान या वाहन पर तुरंत कार्यवाही की जाए।

लाइसेंस प्राप्त दुकानदारों के लिए चेतावनी

लाइसेंस प्राप्त दुकानदारों को चेतावनी नियमों का उल्लंघन करते पाए गए तो उनका लाइसेंस निरस्त कर दिया जाएगा।

जनता से अपील

पुलिस ने लोगों से अपील की है कि किसी भी प्रकार की अवैध बिक्री, भंडारण या परिवहन की सूचना तुरंत थाना पुलिस या कंट्रोल रूम को दें। त्यौहार नजदीक आते ही यह अभियान और तेज किया जाएगा।