🚨 बंडा में झोलाछाप डॉक्टर पर स्वास्थ्य विभाग की बड़ी कार्रवाई — क्लीनिक सील, अन्य डॉक्टरों में मचा हड़कंप
सागर जिले के बंडा में स्वास्थ्य विभाग ने आखिरकार झोलाछाप डॉक्टरों पर सख्त रुख अपनाया है।
कलेक्टर संदीप जी.आर. के निर्देश पर शुक्रवार दोपहर करीब 2 बजे एक विशेष टीम ने बरायठा स्टैंड क्षेत्र में कार्रवाई शुरू की। इस दौरान एक कथित डॉक्टर के क्लीनिक पर छापा मारकर उसे सील कर दिया गया।
क्लीनिक में बिना डिग्री के इलाज
स्वास्थ्य विभाग की टीम जब मौके पर पहुंची तो क्लीनिक के अंदर पी.के. मित्र नाम का व्यक्ति मरीजों को इंजेक्शन लगा रहा था और बोतल चढ़ा रहा था।
जांच के दौरान टीम को एलोपैथिक दवाएं, इंजेक्शन, मेडिकल उपकरण और उपचार से जुड़ी अन्य सामग्री मिली।
टीम को क्लीनिक में कई गंभीर अनियमितताएं भी नजर आईं —
ना कोई डिग्री, ना रजिस्ट्रेशन, और ना ही मेडिकल मानकों का पालन किया जा रहा था।
मौके पर ही क्लीनिक सील
निरीक्षण करने वाली टीम के साथ डॉ. प्रदीप सरवरिया भी मौजूद रहे।
उन्होंने बताया कि इलाज के दौरान बुनियादी सुरक्षा मानकों तक का पालन नहीं किया जा रहा था।
इसी वजह से मौके पर ही क्लीनिक को सील करने की कार्रवाई की गई।
अन्य झोलाछाप डॉक्टरों में मचा हड़कंप
जैसे ही इस कार्रवाई की खबर क्षेत्र के अन्य झोलाछाप डॉक्टरों तक पहुंची, वहां अफरातफरी मच गई।
कई लोगों ने अपनी दुकानें बंद कर दीं और क्लीनिकों के शटर गिरा दिए।
टीम ने कुछ अन्य स्थानों की भी निगरानी की, लेकिन ज्यादातर झोलाछाप डॉक्टर पहले ही मौके से गायब हो चुके थे।
प्रशासन की चेतावनी
स्वास्थ्य विभाग का कहना है कि बिना डिग्री और रजिस्ट्रेशन के इलाज करना मरीजों की जान से खिलवाड़ है।
अब ऐसी गतिविधियों पर सख्त कार्रवाई जारी रहेगी।
प्रशासन ने चेतावनी दी है कि जो भी व्यक्ति बिना लाइसेंस के मेडिकल प्रैक्टिस करते पकड़ा गया, उसके खिलाफ कानूनी कार्यवाही की जाएगी।
आगे भी जारी रहेगी कार्रवाई
स्वास्थ्य विभाग बंडा के अधिकारियों ने बताया कि यह कार्रवाई
कलेक्टर महोदय सागर एवं मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी सागर के निर्देशानुसार की गई।
बरायठा बस स्टैंड के पास स्थित डॉ. पी.के. मित्र के क्लीनिक पर यह कार्रवाई स्वास्थ्य विभाग बंडा द्वारा की गई।
मौके पर आरोपी मरीज को इंजेक्शन और बोतल लगाते हुए पाया गया।
क्लीनिक से एलोपैथिक दवाइयां और इंजेक्शन भी बरामद किए गए।
जब डॉक्यूमेंट मांगे गए, तो आरोपी किसी भी प्रकार का प्रमाणपत्र या रजिस्ट्रेशन उपलब्ध नहीं करा सका,
जिसके बाद तुरंत क्लीनिक को सील कर दिया गया।
अधिकारियों ने कहा कि ऐसे सभी क्लीनिकों की सत्यापन प्रक्रिया चल रही है।
जिनके दस्तावेज़ सही होंगे, केवल उन्हीं को क्लीनिक खोलने की अनुमति दी जाएगी।
बाकी सभी झोलाछाप डॉक्टरों के क्लीनिक स्थायी रूप से सील किए जाएंगे।