सागर में आरोप-प्रदर्शन: परिवार ने कहा — पुलिस हिरासत के बाद युवक ने आत्महत्या की, नगर में विरोध प्रदर्शन
मध्य प्रदेश के सागर में एक युवक की संदिग्ध आत्महत्या के बाद तनाव बढ़ गया है। परिजनों और समाजिक संगठनों का आरोप है कि युवक को पुलिस के साथ झड़प के बाद उठाकर ले जाया गया था और उसके साथ बुरी तरह बर्ताव हुआ, जिसके परिणामस्वरूप उसने आत्महत्या कर ली।
घटना के अनुसार, इमलिया गांव के रहने वाले राजा लोधी को 5 अक्टूबर को उनकी घरेलू जगह से एक पुलिस वाहन द्वारा उठाकर ले जाया गया था। परिजन और प्रदर्शनकारियों का कहना है कि वाहन में सवार कुछ पुलिसकर्मियों ने राजा के साथ मारपीट की और उसके बाद वह जंगल में जाकर आत्महत्या कर लिया।
यह मामला सोशल मीडिया पर वायरल वीडियो और स्थानीय चर्चा का विषय बना हुआ है। प्रदर्शनकारियों का आरोप है कि वीडियो के मौजूद होने के बावजूद पुलिस ने मामले में कोई ठोस कार्रवाई नहीं की। इससे आक्रोश बढ़ा और आज ओबीसी संगठनों तथा लोधी क्रांति सेना ने बांदरी थाने का घेराव कर विरोध प्रदर्शन किया।
प्रदर्शन में शामिल लोगों ने संबंधित पुलिसकर्मियों के खिलाफ त्वरित और निष्पक्ष जांच की मांग की है। उन्होंने कहा कि यदि ऐसी ही कोई शिकायत आम नागरिक पर लगती तो पुलिस फ़ौरन कार्रवाई करती, पर जब आरोप पुलिसकर्मियों पर आते हैं तो कोई कार्रवाई नहीं होती। प्रदर्शनकारियों ने राज्य सरकार तथा गृह विभाग से आग्रह किया है कि मामले में स्वतः संज्ञान लेकर निष्पक्ष जांच सुनिश्चित की जाए।
पुलिस प्रशासन की ओर से इस घटना पर आधिकारिक बयान अभी जारी नहीं किया गया है। स्थानीय अधिकारियों ने हालात को नियंत्रित रखने और दावा-प्रत्यावेदन की तह-तक जाँच कराने का आश्वासन दिया है।
विशेषज्ञों और जानकारों का कहना है कि ऐसे संवेदनशील और आरोपित मामलों में त्वरित, पारदर्शी और निष्पक्ष जांच ही स्थिति को शांत कर सकती है और आम जनमानस का भरोसा बहाल कर सकती है।