🚨 सागर जिले के बीना में भीषण सड़क हादसा — 3 साल के बच्चे की मौत, तीन लोग गंभीर घायल
मध्य प्रदेश के सागर जिले के बीना-खिमलासा रोड पर एक दर्दनाक हादसा हुआ, जहां दो बाइकों की आमने-सामने से भिड़ंत हो गई। इस हादसे में तीन साल के बच्चे की मौत हो गई, जबकि दोनों बाइक चालक गंभीर रूप से घायल हो गए।
जानकारी के अनुसार, ग्राम लक्ष्मीपुरा थाना सुसनेर निवासी राहुलनाथ (28 वर्ष) अपनी पत्नी रीना, बेटी ज्ञांशु और तीन साल के बेटे ईशु के साथ बाइक से टीमगढ़ जा रहे थे। वे फसल कटाई के बाद किसानों से उधारी वसूली का काम करते हैं।
जब वे मालागांव के पास पहुंचे, तभी सामने से आ रहे एक युवक ने लापरवाही से बाइक चलाते हुए राहुल की बाइक को जोरदार टक्कर मार दी। टक्कर इतनी भीषण थी कि दोनों बाइकें सड़क पर गिर पड़ीं।
हादसे में राहुल और उनका बेटा ईशु गंभीर रूप से घायल हो गए। सूचना मिलते ही डायल 112 की टीम मौके पर पहुंची। पुलिस कर्मियों ने घायलों को तत्काल सिविल अस्पताल पहुंचाया।
अस्पताल में डॉक्टरों ने मासूम ईशु को मृत घोषित कर दिया। जबकि पिता राहुल की हालत गंभीर होने पर उन्हें सागर मेडिकल कॉलेज रेफर किया गया है। सामने से आ रहे बाइक चालक को भी गंभीर चोटें आई हैं, जिसका इलाज सिविल अस्पताल में चल रहा है।
हादसे की जानकारी मिलते ही घायल राहुल के परिजन अस्पताल पहुंचे और पोस्टमार्टम कराए बिना ही निजी वाहन से बच्चे का शव और घायल राहुल को लेकर मालवा रवाना हो गए।
यह हादसा पूरे क्षेत्र में शोक का कारण बन गया है। स्थानीय लोग प्रशासन से सड़कों पर गति सीमा लागू करने और निगरानी बढ़ाने की मांग कर रहे हैं।
🚨 सागर में सड़क हादसे से मजदूर की मौत, गुस्साए परिजनों ने किया चक्का जाम
मध्य प्रदेश के सागर जिले के मोतीनगर थाना क्षेत्र में एक दर्दनाक सड़क हादसे ने पूरे इलाके को झकझोर दिया। गल्ला मंडी के पास एक पिकअप वाहन की टक्कर से पथरिया आठ निवासी सुरेंद्र अहरवार की मौत हो गई।
मंगलवार को पोस्टमॉर्टम के बाद दोपहर करीब 2 बजे परिजनों ने सागर–बीना मार्ग पर शव रखकर चक्का जाम कर दिया। सूचना मिलते ही मोतीनगर थाना प्रभारी पुलिस बल के साथ मौके पर पहुंचे और परिजनों को समझाइश दी। पुलिस ने वैधानिक कार्रवाई और शासन के नियमों के अनुसार सहायता राशि देने का आश्वासन भी दिया।
⚫ हादसे का विवरण
जानकारी के अनुसार, मृतक सुरेंद्र अहरवार सोमवार शाम को मजदूरी करके घर लौट रहा था। तभी गल्ला मंडी के पास सामने से आ रहे पिकअप वाहन ने उसे टक्कर मार दी। हादसे के बाद सुरेंद्र को अस्पताल ले जाया गया, जहां लगभग डेढ़ घंटे बाद डॉक्टरों ने उसे मृत घोषित कर दिया।
⚫ परिवार की दयनीय स्थिति
परिजनों ने बताया कि सुरेंद्र के माता-पिता नहीं हैं। वह बचपन से अपने नाना-नानी के साथ रह रहा था। उसके दो छोटे बच्चे हैं, जबकि नानी और मामा मानसिक रूप से कमजोर हैं। परिवार में वही अकेला कमाने वाला सदस्य था। अब परिवार के सामने भरण-पोषण का संकट खड़ा हो गया है।
परिजनों का कहना है कि वे शासन से आर्थिक सहायता की मांग कर रहे हैं, ताकि बच्चों और बुजुर्ग नानी का पालन-पोषण किया जा सके।
⚫ स्थानीय लोगों में आक्रोश
मृतक के परिचितों ने बताया कि हादसा पिकअप वाहन की ओवरलोडिंग और लापरवाहीपूर्ण ड्राइविंग के कारण हुआ। उन्होंने कहा,
हमारा गांव का लड़का मेहनत करके घर लौट रहा था। पिकअप में अतिरिक्त बॉडी लगी थी, जिसने टक्कर मार दी। उसका पैर टूट गया और सिर में गंभीर चोट आई। एक घंटे बाद उसकी मौत हो गई।
स्थानीय लोगों ने पुलिस पर कार्रवाई में देरी का आरोप भी लगाया और कहा कि यदि समय पर कार्रवाई होती तो परिजनों को इतना परेशान नहीं होना पड़ता।