🚨 चलती ट्रेन से गिरने पर युवक की मौत — हादसा या साजिश? पुलिस कर रही जांच
मध्य प्रदेश के सागर जिले में चलती ट्रेन से गिरने के कारण एक युवक की मौत हो गई। अब यह मामला हादसा है या फिर किसी साजिश का परिणाम, इसकी जांच में पुलिस जुटी हुई है। मृतक की पहचान रेलवे कर्मचारी के रूप में हुई है।
📍 घटना का विवरण
यह घटना सागर जिले के सानोदा थाना क्षेत्र के गिरवर–लधोरा स्टेशन के बीच रविवार शाम लगभग 5 बजे की है। पुलिस को सूचना मिली कि रेल की पटरियों के बीच एक व्यक्ति मृत अवस्था में पड़ा हुआ है।
सूचना मिलते ही सानोदा थाना पुलिस मौके पर पहुंची। लेकिन जिस स्थान पर शव पड़ा था, वहां तक कोई वाहन नहीं पहुंच सकता था। जिस ट्रैक्टर से पुलिस रवाना हुई थी, वह भी कीचड़ में फंस गया। इसके बाद दूसरा ट्रैक्टर बुलाकर पुलिस ने घटना स्थल तक पहुंच बनाई।
👮 शव की पहचान
मृतक की जेब से एक मोबाइल फोन मिला, जिसके आधार पर उसकी पहचान प्रभात पिता अक्षलाल पटेल (उम्र 32 वर्ष), निवासी नकलेन, थाना चुरहट, जिला सीधी के रूप में हुई। वह इस समय दमोह जिले के असलाना स्टेशन पर रेलवे में कार्यरत था।
🔎 पुलिस की जांच
घटना की जानकारी मिलने के बाद पुलिस ने स्टेशन मास्टर और मृतक के परिजनों को सूचना दी। पंचनामा कार्रवाई के बाद शव परिजनों को सौंप दिया गया। पुलिस अब इस बात की जांच कर रही है कि यह मामला दुर्घटना है या सोची-समझी साजिश।
🚆 सागर में संपर्क क्रांति ट्रेन में अटेंडर और वेंडर के बीच मारपीट, यात्रियों में मचा हड़कंप
सागर से गुजरने वाली संपर्क क्रांति ट्रेन में अटेंडर और वेंडर के बीच मारपीट हो गई। इस घटना के बाद ट्रेन के कोच में अफरातफरी का माहौल बन गया और यात्रियों में दहशत फैल गई। यह घटना मकरोनिया और सागर स्टेशन के बीच की बताई जा रही है।
शिकायत के बाद सागर जीआरपी पुलिस ने मामला दर्ज कर लिया है।
जानकारी के मुताबिक, रविवार और सोमवार की दरमियानी रात मध्य प्रदेश संपर्क क्रांति ट्रेन में जबलपुर रेल मंडल के वेंडर विनय सिकरवार ने आरोप लगाया कि अटेंडर ने शराब पीकर उनके साथ अभद्र व्यवहार किया और मारपीट की।
वेंडर का कहना है कि जब उसने अटेंडर से खाना मांगा, तो उसने गाली-गलौज शुरू कर दी। मामला इतना बढ़ गया कि अटेंडर ने वेंडर को थप्पड़ मार दिया। इसके बाद वेंडर ने इसकी जानकारी सागर जीआरपी पुलिस को दी।
जैसे ही ट्रेन सागर स्टेशन पर पहुंची, पुलिस ने दोनों पक्षों को थाने ले जाकर पूछताछ की और मामले में कार्यवाही शुरू कर दी।
वेंडर विनय सिकरवार ने बताया
मैं जबलपुर रेल मंडल में वेंडर के रूप में काम करता हूं। मैं पानी बेचता हूं और पेंट्री में सेवा देता हूं। घटना के समय अटेंडर शराब के नशे में था और खाना परोस रहा था। जब मैंने टोका तो उसने मुझ पर हमला कर दिया और बाद में अपने साथियों के साथ मिलकर कांच फेंका और मारपीट की। उन्होंने मेरा कैश भी छीन लिया, जिसमें पानी बेचकर कमाए पैसे थे।
वहीं, पुलिस का कहना है कि पूरे मामले की जांच की जा रही है कि यह झगड़ा निजी विवाद था या किसी और वजह से हुआ।