🎆 दिवाली से पहले प्रशासन एक्शन मोड में, 500 किलो से अधिक पटाखे जब्त
दिवाली से पहले सागर जिला प्रशासन ने सुरक्षा को ध्यान में रखते हुए सख्त कदम उठाए हैं। कलेक्टर संदीप जी.आर. के निर्देश पर प्रशासनिक टीमों को घनी आबादी वाले क्षेत्रों में पटाखों के अवैध भंडारण की जांच के आदेश दिए गए हैं। इसी अभियान के तहत शनिवार को रेवासी इलाके में बड़ी कार्रवाई की गई।
तहसीलदार राहुल गड के नेतृत्व में की गई छापेमारी के दौरान पटाखा विक्रेता रमेश तालीवाली के गोदाम से 500 किलो से अधिक पटाखे बरामद किए गए। यह गोदाम घनी आबादी वाले क्षेत्र में स्थित था, जिससे किसी भी समय बड़ा हादसा हो सकता था। प्रशासन ने मौके पर ही गोदाम को सील कर दिया और विक्रेता को कारण बताओ नोटिस जारी किया।
📋 नियमों का उल्लंघन करने वालों पर सख्त कार्रवाई की चेतावनी
तहसीलदार राहुल गड ने बताया कि सरकारी दिशा-निर्देशों के अनुसार कोई भी लाइसेंसधारी विक्रेता घनी बस्ती में निर्धारित सीमा से अधिक मात्रा में पटाखे नहीं रख सकता। इसके बावजूद बिना अनुमति इतनी बड़ी मात्रा में विस्फोटक सामग्री रखना गंभीर अपराध है।
उन्होंने कहा कि यह कदम न केवल कानून व्यवस्था बनाए रखने के लिए, बल्कि आम नागरिकों की सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए उठाया गया है। हर साल त्यौहारों के समय पटाखों के गलत भंडारण से आगजनी और दुर्घटनाओं की घटनाएं होती हैं, जिनसे जनहानि तक हो जाती है।
🚨 जीरो टॉलरेंस नीति लागू, हर दुकान और गोदाम की होगी जांच
कलेक्टर संदीप जी.आर. ने कहा कि प्रशासन ने अब “जीरो टॉलरेंस नीति” अपनाई है। घनी बस्ती, स्कूल, बाजार या किसी भी व्यावसायिक क्षेत्र में पटाखों का अवैध भंडारण मिलने पर सख्त कार्रवाई की जाएगी। उन्होंने निर्देश दिए कि जिले के सभी पटाखा विक्रेताओं के लाइसेंस और गोदामों की नियमित जांच की जाए।
इस कार्रवाई के बाद इलाके में हड़कंप मचा हुआ है। अन्य पटाखा विक्रेताओं में भी सतर्कता देखी जा रही है। प्रशासन ने नागरिकों से अपील की है कि वे पटाखे केवल अधिकृत विक्रेताओं से ही खरीदें और किसी भी अवैध गतिविधि की सूचना तत्काल प्रशासन को दें।