रतलाम में एनसीबी की बड़ी कार्रवाई: अवैध ड्रग फैक्ट्री का भंडाफोड़, करोड़ों की दवाएं जब्त

 

रतलाम में एनसीबी की बड़ी कार्रवाई: अवैध ड्रग फैक्ट्री का भंडाफोड़, करोड़ों की दवाएं जब्त

रतलाम जिले से एक बड़ी खबर सामने आई है। इंदौर नारकोटिक्स कंट्रोल ब्यूरो (NCB) ने गुप्त सूचना के आधार पर एक अवैध ड्रग फैक्ट्री का भंडाफोड़ किया है। यह फैक्ट्री प्रतिबंधित अल्प्राजोलम जैसी नशे में उपयोग होने वाली दवा तैयार कर रही थी। कार्यवाही रतलाम के जावरा फोर लेन स्थित औद्योगिक क्षेत्र थाना अंतर्गत सेजवता गांव के पास की गई।


फैक्ट्री में छापेमारी के दौरान बड़ा खुलासा


सूत्रों के अनुसार, यह गैरकानूनी फार्मूलेशन यूनिट रिलायबल इंडस्ट्री के गोदाम में चल रही थी। कागजों पर यहां पैवर ब्लॉक और बिल्डिंग मटेरियल का व्यवसाय दर्ज था, लेकिन अंदर नशे की दवाओं का उत्पादन किया जा रहा था। एनसीबी की टीम ने छापेमारी के दौरान अल्प्राजोलम की बड़ी मात्रा, करोड़ों की मशीनें, केमिकल्स और पैकिंग सामग्री जब्त की।


मुख्य आरोपी हिरासत में


एनसीबी ने मौके से दो मुख्य आरोपियों — अभिषेक चौहान और रूप सिंह — को हिरासत में लिया है। प्रारंभिक पूछताछ में सामने आया कि यह फैक्ट्री कई महीनों से सक्रिय थी और अब तक लाखों रुपये की अवैध दवाओं की सप्लाई अन्य राज्यों में की जा चुकी है


फैक्ट्री को चालाकी से ऐसे स्थान पर संचालित किया गया था जहां बाहरी व्यक्ति को शक ना हो। ऊपर से बिल्डिंग मटेरियल का सामान रखा जाता था, जबकि अंदर नशे की गोलियों का उत्पादन जारी रहता था।


एनसीबी की टीम ने जब्त किया डिजिटल डेटा


छापेमारी के दौरान टीम ने कई दस्तावेज, रिकॉर्ड और डिजिटल डाटा भी जब्त किया है। जांच में यह पता लगाया जा रहा है कि इस नेटवर्क से और कौन-कौन लोग जुड़े हैं तथा किन-किन राज्यों में इसका जाल फैला हुआ था।


प्रदेश में अवैध नशे के कारोबार पर बड़ी चोट


रतलाम में हुई यह कार्रवाई मध्य प्रदेश में अवैध नशे के कारोबार पर अब तक की सबसे बड़ी कार्रवाई मानी जा रही है। एनसीबी की इस सख्त कार्यवाही के बाद राज्य के अन्य जिलों का प्रशासन और पुलिस भी सतर्क हो गई है।


सूत्रों का कहना है कि आने वाले दिनों में एनसीबी इस मामले पर आधिकारिक प्रेस नोट जारी कर सकती है और संभव है कि इससे जुड़े अन्य राज़ भी सामने आएं।


जांच जारी


फिलहाल, एनसीबी द्वारा दोनों आरोपियों से गहन पूछताछ की जा रही है। यह जांच की जा रही है कि इस नेटवर्क का मुख्य सरगना कौन है, और यह अवैध कारोबार कितने समय से चल रहा था।


यह मामला एक बार फिर यह दर्शाता है कि प्रदेश में नशे के खिलाफ सख्त कार्रवाई जारी है। प्रशासन ने स्पष्ट संदेश दिया है कि ऐसे किसी भी तत्व को बख्शा नहीं जाएगा जो युवाओं के भविष्य और समाज की सेहत से खिलवाड़ करेगा।

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